B’day Special: नेपोटिज्म को बकवास बताने वाले अमित त्रिवेदी की जिंदगी ‘आमिर’ ने बदली

अमित त्रिवेदी को बर्थडे की शुभकामना.(फोटो साभार:itsamittrivedi
/Instagram)
म्यूजिक डायरेक्टर कम्पोजर और सिंगर अमित त्रिवेदी (Amit Trivedi) ‘सर्वश्रेष्ठ संगीतकार’ के राष्ट्रीय पुरस्कार (National Film Award for Best Music Director) से भी नवाजे जा चुके हैं. संगीत में ही जीने-मरने वाले अमित आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं.
सन 2009 में फिल्म ‘देव डी’ में अनुराग कश्यप ने अमित त्रिवेदी को संगीत देने का मौका दिया. इस फिल्म के म्यूजिक और गाने इस कदर हिट हुए कि अमित ने फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा. ‘देव डी’ में संगीत देने के लिए उन्हें पॉपुलैरिटी के साथ-साथ 2010 के ‘सर्वश्रेष्ठ संगीतकार’ का राष्ट्रीय पुरस्कार जैसा बड़ा सम्मान मिला.
अमित त्रिवेदी, सुशांत सिंह राजपूत की मौत के निधन के बाद काफी चर्चा में आ गए थे. अमित ने सुशांत की कई फिल्मों में गाने गाए और कंपोज किए हैं. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था, ‘जब भी मैं इन गीतों को स्टेज पर पेश करूंगा या उन्हें बजाऊंगा, तो दिमाग में सबसे पहली चीज सुशांत की आएगी. कारण जो भी हो लेकिन उन्होंने यह कदम उठाया, लेकिन मैं सचमुच बिखर गया था और मेरा दिल टूट गया था’. सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान लीड रोल वाली फिल्म ‘केदारनाथ’ के गाने ‘नमो नमो शंकरा’ के अलावा कई गानों को अमित त्रिवेदी ने अपनी आवाज दी है.

सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद जब नेपोटिज्म पर जमकर बहस हो रही थी तब अमित त्रिवेदी ने नेपोटिज्म को बकवास बताया था. अमित ने इसकी मुखालफत करते हुए कहा था कि ‘यह सबसे अधिक समय बर्बाद करने वाला विषय है. भाई-भतीजावाद नाम की कोई चीज म्यूजिक इंडस्ट्री में नहीं है’.